भूल हुई
जो तुम से प्यार कर बैठे
इस भूल को माफ कर देना सनम
कहने को तो कह दिया हमने
भूल कर भी न आयेंगे हम यहाँ
लेकिन कैसे भूल पाएंगे हम तुम्हें
भूल जाना तुम तो हमें
कभी मिले थे भूल से हम तुमसे
भूल कर भी न लेना
अब ज़िंदगी में नाम हमारा
भुला कर हमें
ढूंढ लेना तुम अपनी मंजिल
भुला देना तुम वोह कसमें वादे
लेकिन हम
तुमको न कभी भूल पाएंगे
रेखा जोशी
सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteसादर आभार आपका 🙏
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