Monday, 6 December 2021
मुक्तक
कुछ कर न पाई ज़िन्दगी गई गुजर है
सुख दुःख से भरा यहाँ जीवन सफर है
है बीत गए ज़िन्दगी के अनमोल क्षण
कुछ कर गुजरने को ज़िन्दगी अग्रसर है
रेखा जोशी
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