Saturday, 9 November 2013
पगला दिल
भावनाओं की
उमड़ती
बाढ़ में
डूब जाता
है यह
पगला दिल
और बहने
लगती है
आँखों से
अविरल
आँसूओं की
बरसात
हूक सी
उठती है
रह रह कर
और दर्द से
भीग जाता है
यह मन
रेखा जोशी
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