Monday, 23 June 2014
राहे फलक तलक फूलों से महक उठी है
अब तो सनम लगी दिल की है नयन मिला जा
तुमसे चहक उठा आँगन अब चमन खिला जा
राहे फलक तलक फूलों से महक उठी है
आजा झलक कभी तो अपनी सजन दिखा जा
रेखा जोशी
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