नेह के कच्चे धागे
है सज रहे
वीर की कलाई पर
माथे तिलक लगा कर
ले बहना की दुआएँ
अति पवित्र शक्तिशाली
है बहनों की दुआएँ
भर देती जोश वीरों में
है फड़कने लगती
फिर उनकी भुजाएं
रक्षक हैं जो देश के
सीमा पर देते पहरा
मर मिटते वो देश पर
जान की बाजी लगा कर
शूरवीर हो जिसके बेटे
उस देश का क्या कहना
दुनिया में है सबसे प्यारा
राखी का यह बंधन
दुनिया में है सबसे न्यारा
राखी का यह बंधन
रेखा जोशी
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में " गुरुवार 15 अगस्त 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteसादर आभार आपका मीना जी
Deleteबहुत ही सुन्दर सृजन 👌|
ReplyDeleteसादर
आभार Anita जी
Deleteआभार Anita जी
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