Tuesday, 27 July 2021
हाइकु
काली घटाएं
है मौसम सुहाना
मेघा गरजे
,,
खिली बगिया
हरियाली छा रही
सावन आया
,,
गरजे घन
बदरा बरसते
थिरके तन
,
घिर के आई
है कारी बदरिया
फुहार ठंडी
रेखा जोशी
2 comments:
संगीता स्वरुप ( गीत )
27 July 2021 at 23:33
खूबसूरत हाइकु ।
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Rekha Joshi
27 July 2021 at 23:45
धन्यवाद संगीता जी
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खूबसूरत हाइकु ।
ReplyDeleteधन्यवाद संगीता जी
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