Thursday, 14 April 2022
क्षणिकाएं
क्षणिकाएं
मौत का
सामान लिए हम
खेलते रहे
जी भर ज़िन्दगी से
उफ न की कभी
यूँही मुस्कुराते रहे
,
उम्र भर
प्यार किया
आग के शोलों से
चिंगारियों से
जलते रहे
कसम खुदा की
प्यार निभाया हमने
रेखा जोशी
2 comments:
Onkar
15 April 2022 at 04:21
वाह.बहुत सुन्दर
Reply
Delete
Replies
Rekha Joshi
17 June 2022 at 20:27
धन्यवाद Onkar जी
Delete
Replies
Reply
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
वाह.बहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद Onkar जी
Delete