Friday 7 April 2017

छोड़ दुनिया वो गये क्या याद कर भर नैन आये

2122  2122  2122  2122

ज़िन्दगी  में अब चली है आज कैसी यह हवायें
राह में क्यों आज मेरे यह कदम फिर डगमगाये
प्यार की अब ज़िन्दगी में खो गई उम्मीद थी जो
छोड़ दुनिया वो गये क्या याद कर भर नैन आये

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment