Thursday 31 January 2019

बादलों  के रथ  पर  हो  के सवार

बादलों  के रथ  पर  हो  के सवार
उड़ी  उड़ी  आज आसमां  के पार
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भीगा  भीगा   सा  है   देखो  गगन
ओस  की बूँदों  से  निखरा उपवन
खिले  फूल  औ  भंवरों  की  गुंजन
अद्भुत   नजारों   से   झूमे   संसार
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रूप अनोखा समाया कण कण में
भर   दी  उमंग  मेरे  तन  बदन  में
झूम   के  निकली  सवारी गगन में
सतरंगी  किरणों  ने  किया सत्कार

बादलों के रथ..
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आलौकिक छटा मुग्ध हुआ मनुआ
बिखरा प्रकृति का हर ओर जलवा
जल  भर   लाई  संग  आज  पुरवा
सिहर उठ तन  चली  शीतल बयार

बादलों के रथ.
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अरुण की रश्मियां थिरकती जाएँ
झूला    झूलाएँ     मस्‍त     हवाएँ
नील  गगन  पर  झूम   झूम  गायें
पंछियों  की  लंबी   सुन्दर  कतार

रेखा जोशी

Wednesday 23 January 2019

ग़ज़ल

प्यार दिल से जुदा नहीं करते.
बेवफा  से   वफ़ा  नही  करते
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साथ तेरा मिला हमे साजन 
फिर जुदा हो जिया नही करते 
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प्यार जीवन में किया है गर
फिर धोखा दिया नहीं करते
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चाँद तारे यहाँ उतर आये 
अब ज़मीं से गिला नहीं करते 
...
बात दिल की सजन बता दो अब 
किसी से  जो कहा नहीं करते  

रेखा जोशी 

ठंड का मौसम


ठंड  के   मौसम  में  भाती   धूप
गुम हुई आज खिलखिलाती धूप
छिप  गई  है  सफेद आँचल तले
धरा  पर  जो  थी  इठलाती  धूप

रेखा जोशी

Friday 4 January 2019

नेता

पांच सालों में शक्ल दिखलाते
झूठ  बोलते  तनिक न घबराते
करके   झूठे   वादे   ये    नेता  
भोली  जनता  को  है बहकाते

रेखा जोशी

Thursday 3 January 2019

सदा साथ अपना निभाना पिया

122 122 122 12

सदा  साथ  अपना निभाना पिया
हमें छोड़ तुम  फिर न जाना पिया
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नहीं  कुछ  हमें   चाहिये  जिंदगी
मिले   प्यार  तेरा   सुहाना  पिया
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चलें  प्रीत  की  हम गली में सजन
न  करना  नया  तुम  बहाना पिया
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मिला  के  कदम  संग  चलते चलें
बने  ज़ालिम  फिर  ज़माना  पिया
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खुशी  जिंदगी    में   हमें  है  मिली
न फिर ग़म कभी तुम बुलाना पिया

रेखा जोशी