Tuesday 7 October 2014

आ गये हम तो यहाँ परियों के देश में

बादलों  की  ओट से  झांकता है चाँद
पानी  की  लहरों  पे  लहराता है चाँद
आ गये हम तो यहाँ परियों के देश में
चांदनी  सागर  पे   बिखेरता  है चाँद

रेखा जोशी 

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