Friday 19 July 2019

सजन रे झूठ मत बोलो

माना कि बन जाते
काम कई
लेकर झूठ का सहारा
मीठी छुरी
झूठ लगता सबको प्यारा
झूठों ने पाये
जीवन में मुकाम नये
सत्य लगता कडवा भले
लेकिन फिर भी है न्यारा
जो बोलोगे झूठ तुम
वाह वाही भी लूट लोगे
पकड़ा गया झूठ अगर तब
करेगा कौन एतबार तुम पर
सजन  रे झूठ मत बोलो
सच का दामन
गर थाम ले प्यारे
हो  जाएंगे वारे न्यारे

रेखा जोशी

11 comments:

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 8 अगस्त 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    ReplyDelete
  2. बहुत खरी बात ...

    ReplyDelete
  3. सटीक सुन्दर...

    ReplyDelete
  4. धन्यवाद आपका

    ReplyDelete