Thursday 3 June 2021

प्रकृति का गीत संगीत

प्रकृति का मधुर गीत है पर्यावरण

वनसम्पदा का प्रतीक  है पर्यावरण 

,,

चहकते पंछी कुहुकती कोयलिया

छलकते झरने औ महकती बगिया

वसुधा  का ये  सँगीत है  पर्यावरण

,,

अटकी हैं सांसे  शहर धुआँ धुआँ

प्रदूष्ण  के जाल  में  लिपटी  धरा

आओ बचाएँ धरती का आवरण

,,

कटे  पेड़   सूना  अंगना  धरा का

है छलनी हुआ ह्रदय धरती माँ का

है  पंछी भटक  रहे  धूमिल  गगन

,, 

आओ रूप वसुधा का मिल निखारें

सूनी  धरा  में   खुशियाँ  नई  बो दें

खेत खलिहान  गुनगुनाता पर्यावरण

,,

प्रकृति का मधुर गीत है पर्यावरण

वनसम्पदा का प्रतीक  है पर्यावरण 

रेखा जोशी

2 comments: