Thursday 4 June 2015

याद ने आ कर हमको तड़पा रक्खा है



प्यार का दर्द यहाँ आज छुपा रक्खा है 
प्यार तेरा  हमने अब महका रक्खा है 

क्या कहें हो तुम साजन अब तो रब अपना 
आज दिल में अपने प्यार बसा रक्खा है 

होश में गर हम होते अब सुन लो साजन 
जान से भी बढ़ कर प्यार सदा रक्खा है 

बिन सजन के अब कैसे हम ज़िन्दा रहते 
याद ने  आ कर हमको  तड़पा रक्खा है 

छोड़ कर तुम न हमे आज चले फिर जाना 
दिल हमारा तुमने अब धड़का रक्खा है 

रेखा जोशी 
   

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