आप को वादा निभाना आ गया
ज़िंदगी को मुस्कुराना आ गया
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गीत गाते यह नज़ारे आज तो
अब हमें भी गुनगुनाना आ गया
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यह बहारे यह समय ठंडी हवा
आज दिल को खिलखिलाना आ गया
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चाँद उतरा अब हमारे अंगना
रोशनी को झिलमिलाना आ गया
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रूठ कर साजन न तुम जाना कहीं
प्यार में हम को मनाना आ गया
रेखा जोशी