जय नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान
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शिव शक्ति का सुंदर रूप धर
ममता लिए आई वो धरा पर
सब के होंठों पर माँ का नाम
है मिला हमे अमूल्य वरदान
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धरती से गगन तक जा पहुंची
कल्पना की थी वो सुंदर उड़ान
याद रखे गा सदा तुम्हे ये जहाँ
समाया तुझ में वह तेज महान
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मिटी देश पे वो झाँसी की रानी
जोश औ जनूं में वो बनी मर्दानी
था बाँधा पीठ पे लाल अपने को
मार गिराया अंग्रेजों को रण में
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जय नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान
बहुत सुन्दर प्रस्तुति .शरद पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteapka dhnyvaad,shard purnima ki apko bhi hardik shubhkaamnayen
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