रोती रही हसरते टूट गये अरमान
अहम में डूबे तुम करते रहे अपमान
जानी कभी न तुमने रीत प्रीत की पिया
लो आज सजन हम दूर ले चले सामान
रेखा जोशी
अहम में डूबे तुम करते रहे अपमान
जानी कभी न तुमने रीत प्रीत की पिया
लो आज सजन हम दूर ले चले सामान
रेखा जोशी
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