जिनके लिए हमने दिल औ जान लुटाई .
मिली सिर्फ उनसे हमको है बेवफाई |
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सजदा किया उसका निकला वो हरजाई ,
मुहब्बत के बदले पायी हमने रुसवाई |
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धडकता है दिले नादां सुनते ही शहनाई,
पर तक़दीर से हमने तो मात ही खाई |
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न भर नयन तू आग तो दिल ने है लगाई ,
धोखा औ फरेब फितरत में, दुहाई है दुहाई,|
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छोड़ गए क्यूँ तन्हां दे कर लम्बी जुदाई,
जी लेंगे बिन तेरे ,काट लेंगे सूनी तन्हाई |
रेखा जोशी
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