माना कि बन जाते
काम कई
लेकर झूठ का सहारा
मीठी छुरी
झूठ लगता सबको प्यारा
झूठों ने पाये
जीवन में मुकाम नये
सत्य लगता कडवा भले
लेकिन फिर भी है न्यारा
जो बोलोगे झूठ तुम
वाह वाही भी लूट लोगे
पकड़ा गया झूठ अगर तब
करेगा कौन एतबार तुम पर
सजन रे झूठ मत बोलो
सच का दामन
गर थाम ले प्यारे
हो जाएंगे वारे न्यारे
रेखा जोशी
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 8 अगस्त 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteसादर आभार आपका
Deleteबहुत खरी बात ...
ReplyDeleteसादर आभार आपका
Deleteबहुत सही।
ReplyDeleteसादर आभार आपका
Deleteधन्यवाद आपका
Deleteसटीक सुन्दर...
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteसादर आभार आपका
Deleteधन्यवाद आपका
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