Wednesday, 17 March 2021

जीवन सफर

टेढ़े मेढ़े रास्ते, जीवन डगर

पथरीली राहों पर

जीवन सफ़र मुश्किल

कैसे चलें हम

सम्भल के रखना पांव

जिंदगी की राहें आसान नहीं होती

खुशी नहीं गम भी चलें संग संग

जीत नहीं, मिलती हार की ठोकरें भी

हो जाते हैं अपने भी पराये कभी

आंसुओं की होती है यहाँ बरसात भी

कंटीली राहों पर

फूलों की बरसात नहीं होती

जिंदगी की राहें आसान नहीं होती

रेखा जोशी

6 comments:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार १८ मार्च २०२१ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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  2. ज़िन्दगी कि राहें आसान होतीं तो बात ही क्या थी .... हर कदम संभालना पड़ता है ... सुन्दर प्रस्तुति

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  3. खुशी नहीं गम भी चलें संग संग
    जीत नहीं, मिलती हार की ठोकरें भी
    हो जाते हैं अपने भी पराये कभी
    आंसुओं की होती है यहाँ बरसात भी

    बहुत सटीक...सुन्दर एवं सार्थक सृजन।

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  4. वाकई जीवन की राहें आसान नहीं होती
    सटीक और सच को उजागर करती सुंदर रचना
    बधाई

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  5. बहुत सुंदर रचना

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  6. बहुत सुंदर

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