इतने मिले जख्म कि जख्म ही दवा बने
न पाई ख़ुशी में ख़ुशी न रोये गम में हम
दिल और यह दिमाग सब शून्य हो गये
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है मुहब्बत इक फरेब औ प्यार इक धोखा
साये में है जिसके बस आंसूओं का सौदा
चोट पर चोट दिल पे हम खाते चले गये
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वफा को जो न समझे तुम सनम बेवफा हो
रहें गैरों की बाहों में और सिला दो वफा का
मेरे सपनो की तस्वीर के टुकड़े हुए तुम्ही से
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इधर दिल टूटा हमारा गूंजी सदा वादियों में
शोर हुआ हर गली गली अंजान रहे तुम्ही
खामोश रही धड़कन न बनी जुबां दिल की
न पाई ख़ुशी में ख़ुशी न रोये गम में हम
दिल और यह दिमाग सब शून्य हो गये
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है मुहब्बत इक फरेब औ प्यार इक धोखा
साये में है जिसके बस आंसूओं का सौदा
चोट पर चोट दिल पे हम खाते चले गये
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वफा को जो न समझे तुम सनम बेवफा हो
रहें गैरों की बाहों में और सिला दो वफा का
मेरे सपनो की तस्वीर के टुकड़े हुए तुम्ही से
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इधर दिल टूटा हमारा गूंजी सदा वादियों में
शोर हुआ हर गली गली अंजान रहे तुम्ही
खामोश रही धड़कन न बनी जुबां दिल की