फुलझड़ी से निकले अंगारे
हवा में ज्यों नाचते सितारे
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घर घर जलते नेह के दीपक
प्रेम पथ में फैले उजियारे
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सजा प्यार से घर आंगन आज
प्रीत की डोर से बंधे सारे
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हर्षोल्लास छाया सभी ओर
लक्ष्मी गणेश घर आज पधारे
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खुशियाँ लेकर आई दिवाली
खिले बच्चों के चेहरे प्यारे
रेखा जोशी
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