Thursday 11 June 2020

किस मोड़ पर जिंदगी ले आई

कैसी मैंने किस्मत है पाई

मेरी वफा तुझे रास न आई

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सिवाय दर्द के मिला कुछ नहीं

तू तो बालम निकला हरजाई.

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तूने बेदर्दी प्यार न जाना

फ़ितरत तेरी मैं न समझ पाई

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काश न मिलते मुझे जिंदगी में

दिल लगा कर सजन मैं पछताई

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जाओ तुमको माफ किया मैंने

किस मोड़ पर जिंदगी ले आई

रेखा जोशी

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