विधा-गीत
आधार छंद चौपाई
मात्रा 16
मुखड़ा समान्त अने पदाँत आले
अंतरा 1 समान्त ऐ अपदांत
अंतरा 2समान्त ऐरी अपदांत
उड़ान ऊँची भरने वाले
नभ पर पंछी उड़ने वाले
.
झूमते संग संग हवा के
मनभावन मधुर गीत गाते
सुंदर अपना रूप सजा के
सब के मन को हरने वाले
नभ पर पंछी उड़ने वाले
.
काया रंग बिरंगी तेरी
बोली मीठी मीठी तेरी
फुदक रहे हो बगिया मेरी
डाली बैठ चहकने वाले
नभ पर पंछी उड़ने वाले
.
उड़ान ऊँची भरने वाले
नभ पर पंछी उड़ने वाले
.
रेखा जोशी
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