Sunday 25 February 2024

गीत



विधा-गीत
आधार छंद चौपाई
मात्रा 16
मुखड़ा समान्त अने पदाँत आले
अंतरा 1 समान्त ऐ अपदांत 
अंतरा 2समान्त ऐरी अपदांत

उड़ान  ऊँची भरने  वाले
नभ पर  पंछी उड़ने वाले
.
झूमते  संग  संग हवा  के
मनभावन मधुर गीत गाते
सुंदर अपना रूप सजा के
सब के मन को हरने वाले
नभ  पर पंछी  उड़ने वाले
.
काया  रंग   बिरंगी   तेरी 
बोली मीठी  मीठी    तेरी
फुदक रहे हो बगिया मेरी
डाली बैठ  चहकने  वाले
नभ  पर पंछी उड़ने वाले
.
उड़ान  ऊँची  भरने वाले
नभ पर पंछी उड़ने वाले
.
रेखा जोशी 

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