दिल चाहता है छूना आसमान
काम नहीं है यह इतना आसान
..
करना है पूरा जो चाहतों को
बना लो मेहनत अपना ईमान
.
चाहने से नहीं कभी कुछ मिलता
हौसलों को करो अपने परवान
..
कमर कस जुटो पाने को लक्ष्य तुम
जुटा लो सभी अपने सारे समान
..
छू लोगे इक दिन बुलंदियां तुम फिर
पूरे होंगे फिर सारे अरमान
रेखा जोशी
बहुत सुन्दर
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