आस पास हैं ईश हमारे
चले आना जब भी पुकारें
राम नाम हृदय में बसाया
कुछ नहीं अब हमे है भाया
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आस पास हैं ईश हमारे
चले आना जब भी पुकारें
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सीताराम भजो मन प्यारे
दुखियों के सब कष्ट निवारे
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भगवन जिसके ह्रदय समाये
पीड़ा रोग पास ना आये
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दीन बंधु सबका रखवाला
कर कृपा अपनी नंदलाला
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एक ही सहारा प्रभु नाम का
पी ले प्याला राम नाम का
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राम नाम घट घट का वासी
चारो धाम ह्रदय में काशी
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मन के तार प्रभु से मिला ले
है भक्तों के राम रखवाले
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दुख निवारे हरे सब पीड़ा
राखो मन अपने रघुवीरा
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दे दो प्रभु तुम हमे सहारे
मीत बनो तुम ईश हमारे
रेखा जोशी
सुंदर रचना
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