Tuesday, 1 April 2014

हसीन पल

कितना
हसीन
है यह पल
अपने में
सारी  खुशियाँ
समेटे हुए
मै और तुम
और रंगीन
नज़ारे
काश
यहीं
ठहर जाए
यह पल
थम  जाए
यह
ज़िन्दगी
यहीं
लेकिन
नही रूकती
कभी
ज़िन्दगी
चल रही
चलती
जा रही
और
पीछे छोड़
जाती
है यादें
उन
हसीन
पलों की
तन्हाई में
याद
अक्सर आते
है
वो पल
रह रह
कर

रेखा जोशी

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