होते हैं खुशी के दो चार पल
महक उठता है जीवन का हर पल
इन्हीं दो चार पलों में
मिलता है
जब अपनों का साथ
खिल उठता है
तन मन अपना देख उनके
लबों पर खिली खिली सी मुस्कान
आओ करें कुछ
ऐसा काम
गम के मारे लोगों को
दे सकें थोड़ी सी खुशी
लाएँ उनके
होंठो पर भी
इक प्यारी सी मुस्कान
रेखा जोशी
बहुत सुन्दर।
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