सर्दी के मौसम में कंपकंपाती है ज़िन्दगी घने कोहरे में भी तो मुस्कुराती है ज़िन्दगी मिलती है गर्माहट यहां आलाव के ताप से दोस्तों के संग फिर यहां खिलखिलाती है ज़िन्दगी
रेखा जोशी
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