लो गर्मियों की छुट्टियाँ आईं
लो गर्मियों की छुट्टियाँ आईं
छुट्टियाँ आईं छुट्टियाँ आईं
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मौज मस्ती के अब दिन हैं आए
खेलना कूदना अब है भाए
दिन भर घर में हम नाचें गायें
पढ़ने से हमने छुट्टी पाई
लो गर्मियों की छुट्टियाँ आईं
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दिन भर साइकिल हम चलाएँ गे
घर बाहर उधम हम मचाएँ गे
मम्मी पापा की डांट खाएँ गे
सभी ओर अब है खुशियाँ छाई
लो गर्मियों की छुट्टियाँ आईं
रेखा जोशी
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