माना कठिन जिंदगी फिर भी मुस्कुराया कर
कर सामना, खुद को इतना भी मत बचाया कर
..
लाख गम खड़े हैं जीवन सफर की राहों पे
न हो उदास हँस कर उन्हें तू अपनाया कर
…
रु कना नहीं, झुकना नहीं जीवन के पथ पे
चलता चल मुसाफिर पथ पर न डगमगाया कर
…
रख विश्वास खुद पर अपना और बढ़ता चल
मुश्किलें होंगी आसां गीत गुनगुनाया कर
…
उपवन. में खिलें गे फूल भी तो इक दिन सजन
कर इंतजार पिया, यूँही मत घबराया कर
.रेखा जोशी
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteशुक्रिया Onkar ji
ReplyDelete