Thursday, 7 March 2024

जय महाकाल

हे शिव शम्भू
जय महाकाल 
पा कर सान्निध्य तेरा 
हुई धन्य मैं त्रिपुरारि 
..
जगत के हों पालनहार
शीश झुकाएं  तेरे द्वार 
और नहीं कुछ चाहिए 
तुम्हीं तो हो तारणहार 
नाम लेकर तेरा
हुई धन्य मैं, त्रिपुरारि
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डम डम डम
जब डमरू बाजे
ताल पर इसकी हर कोई नाचे
सर्प हार गले पर साजे
शशिधरण का रूप निराला
आई शंभू मैं तेरे द्वार
पा कर सान्निध्य तेरा 
हुई धन्य मैं त्रिपुरारि
..
गरल पान करने वाले
दुखियों के दुख हरने वाले
भोले बाबा,भोले भण्डारी
कृपा करो कृपानिधान 
पाकर  आशीष  तेरा
हुई धन्य मैं,त्रिपुरारि 
..
हे शिव शम्भू
जय महाकाल 
पा कर सान्निध्य तेरा 
हुई धन्य मैं त्रिपुरारि 
..
 रेखा  जोशी 









2 comments:

  1. बहुत बढ़िया

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    1. सादर आभार आदरणीय 🙏🙏

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