Sunday, 7 April 2013

प्रभु वंदना


सुन कर अब पुकार मेरी 
तुम जल्दी से आ जाओ। 
कहाँ छुपे हो ओ मेरे प्रभु ,
दरस अपना दिखा जाओ॥ 
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पार लगा दीजो नैया मेरी,
डगमगा रही बीच मझधार। 
सहारा  अब तेरा ही पा कर,
मिले चैन मेरे इस मन को ॥ 
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मुश्किल है राहें मेरी मगर ,
तुम हो भक्तों के रखवाले । 
हर पल रहते हो  साथ मेरे ,
विघ्नहर्ता विघ्न हरो सबके॥ 



1 comment:

  1. हार्दिक धन्यवाद सरिता जी

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