चाहतें चाहते हमारी चाहतें
कुछ पूरी कुछ अधूरी
गुज़र जाती पल पल ज़िंदगी
लेकिन ज़िंदा रहती
हमारी चाहतें
मरता है हर पल
दे कर जन्म इक नए पल को
बदकिस्मत है हम जो
नही जानते मोल
इस सुनहरे पल का
गवां देते है इसे व्यर्थ ही
छोटी सी ज़िंदगानी
यूँ ही गुज़र जायेगी
रफ्ता रफ्ता
सीने में लिये लाखों अरमान
नही हाथ आयेगा फिर यह पल
पूरी कर ले
अपनी सारी चाहतें
गुज़रने से पहले
इस सुनहरे पल के
रेखा जोशी
कुछ पूरी कुछ अधूरी
गुज़र जाती पल पल ज़िंदगी
लेकिन ज़िंदा रहती
हमारी चाहतें
मरता है हर पल
दे कर जन्म इक नए पल को
बदकिस्मत है हम जो
नही जानते मोल
इस सुनहरे पल का
गवां देते है इसे व्यर्थ ही
छोटी सी ज़िंदगानी
यूँ ही गुज़र जायेगी
रफ्ता रफ्ता
सीने में लिये लाखों अरमान
नही हाथ आयेगा फिर यह पल
पूरी कर ले
अपनी सारी चाहतें
गुज़रने से पहले
इस सुनहरे पल के
रेखा जोशी
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