Monday, 7 November 2016

हाइकु [प्रदूषण ]

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काला गगन
धुआं धुआं शहर
जलें नयन
.....
प्रदूषण ये
लेगा जान सबकी
रूकती सांसे
....
जलते नैन
अखियों  में लालिमा
मिले न चैन
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आतिशबाज़ी
ज़हरीली हवायें
है धुंध छाई
......
पर्यावरण
स्वच्छ रहे धरती
वातावरण
.....
रेखा जोशी


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