Monday, 10 July 2017

यहॉं पर प्यार भी अपना नहीं था


1222  1222  122

यहॉं पर प्यार भी अपना नहीं था
पिया कोई  यहाँ  सपना नहीं था

कहानी बन गई यह ज़िन्दगी अब
मनाना यार को आता नहीं था
,
हमें तो ज़िन्दगी से गम मिले पर
मिला जो दर्द वह जाता नहीं था
,
भुला कर  याद तेरे प्यार की अब
हमे साजन यहाँ जीना नहीं था
,
यहाँ पर घुट रहा अब दम हमारा
सिला यह प्यार का जाना नहीं था

रेखा जोशी

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