1222 1222 122
यहॉं पर प्यार भी अपना नहीं था
पिया कोई यहाँ सपना नहीं था
कहानी बन गई यह ज़िन्दगी अब
मनाना यार को आता नहीं था
,
हमें तो ज़िन्दगी से गम मिले पर
मिला जो दर्द वह जाता नहीं था
,
भुला कर याद तेरे प्यार की अब
हमे साजन यहाँ जीना नहीं था
,
यहाँ पर घुट रहा अब दम हमारा
सिला यह प्यार का जाना नहीं था
रेखा जोशी
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