तुम मिले ज़िन्दगी को मुस्कुराना आ गया हमें भी अब ख़ुशी से खिलखिलाना आ गया छाई बहार बाग में फूल भी महक उठे गीत खुशी के सजना गुनगुनाना आ गया
रेखा जोशी
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