घूम घूम
जीवन है गुज़ारे
बंजारे हम बंजारे
गर्मी हो या हो सर्दी
चलते जाना चलते जाना
नहीं है कोई ठौर ठिकाना
मस्ती में ही जीवन बिताना
ओढ़े रात को चंदा तारे
घूम घूम
जीवन है गुज़ारे
बंजारे हम बंजारे
धराअपनी अपना गगन
अपनी दुनिया रहते मगन
मिल बैठ सभी खाना खाना
गीत मिलजुल कर है गाना
रहते हम मिलजुल कर सारे
घूम घूम
जीवन है गुज़ारे
बंजारे हम बंजारे
रेखा जोशी
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