Thursday, 29 December 2022
अलविदा 2022 स्वागत 2023
Saturday, 17 December 2022
नारी तो केवल है श्रद्धा
Saturday, 29 October 2022
How to overcome depression
A few suggestions to overcome depression are
Breaking up of the pattern of negative thought process by deep breathing or pranayam.
Taking up a hobby like listening music, singing, dancing, reading. or any of one’s own interest.
Writing one’s all thoughts that troubled a person in a diary .
Walking or jogging do help to overcome depression
Do meditation atleast for fifteen minutes,It's very helpful and trains the mind to be in present than to be in past or in future with unnessary thoughts.
Try to accept challenges in life and be resposible for whatsoever is happening in one’s life instead of blaming others.
Life is like a wave with highs and lows and is to be lived and one should ive happily, success and failure are two faces of same coin in everyones life and evryone has to go through it So be happy and make others happy.
Rekha Joshi
Tuesday, 28 June 2022
छन्द प्रज्ञा मुक्तक
Saturday, 25 June 2022
गुनगुनाता हूँ गीत नया गाता हूँ
गीतिका आधार छन्द हीर
Sunday, 19 June 2022
पितृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Friday, 17 June 2022
बाल कविता
पैसा ही बस दीन ईमान पैसा ही सब कुछ
कान्हा मुरलिया खूब बजाये रे
Thursday, 16 June 2022
गाय
ओम की गुंजन
Thursday, 2 June 2022
शीर्षक "शर्माता है चाँद"(नवगीत)
रात में चमकता चाँद
चांदनी बिखेरता सागर के आंचल पर
झिलमिलाता है चाँद
,,
आ गए हम कहाँ
परियों के देश में
धवल चाँदनी यहाँ
राह पर बिखराता है चाँद
..
दीप्त चाँदनी सा दमकता
सुन्दर चेहरा तेरा
ज्यों गगन पर
जगमगाता है चाँद
..
आये महफ़िल में तेरी सजन
संग संग टिमटिमाते तारे लिए
उतर आया धरती पर
अब मुस्कुराता है चाँद
,,
सुंदर चेहरा
छिपा लिया बंद पलकों में हमने
देख हमें
यहाँ शर्माता है चाँद
रेखा जोशी
Tuesday, 31 May 2022
मेरी कुछ अधूरी ख्वाहिशें
उड़ रही,रंग बिरंगी तितलिया
मेरी ख़्वाहिशों की बगिया में
झूला रही मदमस्त पवन
फूलों से लदी डालियाँ
महकने लगी
मेरी कुछ अधूरी ख्वाहिशें
,,
ठिठकती कभी पेड़ों की झुरमुट पे
पूरा होने पर
थिरकती कभी नाचती अँगना में
ख्वाहिशें मेरी ख्वाहिशें
चूमती श्रृंखलाएं कभी पर्वत की
लौट आती कहीं पर छोड़ गूंज अपनी
मेरी कुछ अधूरी ख्वाहिशें
,
बादलों सी गरजती कभी
बरसती बरखा सी कभी
भिगो जाती तन मन मेरा
बिखर जाती धरा पर कभी
नित नई ख्वाहिशें
बुनती रहती ताना बाना
रंग भरती, रस बरसाती
जीवन में मेरे
मेरी कुछ अधूरी ख्वाहिशें
रेखा जोशी
Monday, 2 May 2022
हाइकू
हाइकु
जय गणेशा
हे सिद्धि विनायक
विघ्न हरता
,
हे गजानन
हमें दो रिद्धि सिद्धि
अभिनंदन
,
गौरी नंदन
हे गणपति देवा
तुम्हे नमन
,
एक दंत हो
मनभावे मोदक
पूजें तुमको
रेखा जोशी
Thursday, 14 April 2022
क्षणिकाएं
Saturday, 2 April 2022
Saturday, 26 March 2022
विद्यार्थी जीव्न और सच्चाई
Friday, 18 March 2022
होली की हार्दिक शुभकामनाएं
होली पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
उपवन सजा हुआ है अब फूल मुस्कुराएं
हम आज गीत गाएँ होली मिल मनाएं
..
छाई बहार मौसम भी है खिला खिला सा
है रंग छलकते भूलें शिकवे गले लगाएं
..
नीले. हरे सभी सुन्दर चेहरे रंगे हैं
होली सखी खेलों पिचकारी पिया चलाएँ
..
नाचे सभी मचायें हुड़दंग बहार आई
भीगा पिया बदन और मदमस्त हैं फिजाएं
आया मधुमास सखी है आस पिया मिलन की
देखो बुला रही प्रियतम शीतल ये हवाएं
रेखा जोशी