Tuesday, 3 December 2013
अमानत है यह जीवन मेरा
माना की तुम से ही है यह ज़िंदगी
माना की तुम से ही है यह बंदगी
पर अमानत है यह जो जीवन मेरा
जब देश की खातिर मिटे यह ज़िंदगी
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment