Friday, 24 November 2017

लहर  लहर  लहराते  गाते  नदिया  में  प्रेम  के गीत

हंस  हंसिनी का जोड़ा  निर्मल जल में लगा झूमने
चाँद सा मुखड़ा देख हंसिनी का लगा हंस चहकने
,
कमल खिले खुशियों के तब जैसे खिले कलियों से फूल
मिले  इक  दूजे  के  दिल  लगे  संग  संग वोह  धड़कने
,
लहर  लहर  लहराते  गाते  नदिया  में  प्रेम  के गीत
प्रियतम से मिल लिखी प्रेम कहानी  प्रीत लगी मचलने
,
बना  रहे  स्नेह सदा आती  रहें  बहारें ज़िन्दगी में
देख प्यार दोनों का तरंगिनी भी अब लगी बहकने
,
इक दूजे का बन  सहारा   जीते  इक  दूजे  को देख
हाथ जोड़  भगवन  से मांगे जन्‍म जन्‍म का साथ बने

रेखा जोशी 

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