अनोखा उपहार
आज नन्हा बब्लू बहुत खुश था ,उसका जन्मदिन जो था ,उसके मम्मी पापा ने अपने घर पर ही एक छोटी सी पार्टी का आयोजन किया| उसने अपने स्कूल के सभी मित्रों और अपने अध्यापक को भी पार्टी पर आमंत्रित किया | उसके मम्मी पापा ने अपने घर को रंग बिरंगे सुन्दर गुब्बारों से सजाया और शाम के समय धीरे धीरे उसके सभी मित्र उसके घर पर इकट्ठे होने लगे और वह सभी अपने प्यारे मित्र बब्लू के लिए सुन्दर सुन्दर उपहार लेकर आये ,जिन्हे देख कर बब्लू खुश हुआ था |
उसकी मम्मी ने बब्लू के सभी मित्रों को बढ़िया बढ़िया खेल भी खिलाये ,नाच गाना भी हुआ , केक काटने के बाद सब ने बब्लू को जन्मदिवस की बधाई दी ,उसकी मम्मी ने सभी बच्चों को स्वादिष्ट व्यंजन भी परोसे ,अभी प्रोग्राम चल ही रहा था कि बब्लू के अध्यापक भी वहाँ पहुँच गए ,सभी बच्चों के तालियाँ बजा कर उनका स्वागत किया |उनके हाथ में एक छोटा सा गमला देख कर सभी हैरान थे ,उनके अध्यापक जी ने उसे बब्लू को देते हुए कहा ,''बब्लू यह नन्हा सा पौधा मेरी ओर से तुम्हारे जन्मदिन पर उपहार है ,मुझे मालूम है तुम इसकी अच्छे से देखभाल करो गे ,तुम्हे मालूम है न पौधे हमे स्वच्छ हवा देते है और प्रदूषण को भगा देते है | ''अपने इस अनोखे उपहार को देख नन्हा बब्लू ख़ुशी के मारे फूला नही समा रहा था ,उसने अपने अध्यापक जी के हाथों से गमला ले कर अपने घर की बालकनी में रख दिया ताकि उसे सूरज की पर्याप्त धूप मिल सके |
पार्टी खत्म होते ही उसके सभी मित्र और अध्यापक जी भी अपने अपने घर चले गए |रात काफी हो चुकी थी और बब्लू थक भी रहा था ,बिस्तर पर लेटते ही उसे निंदिया देवी ने घेर लिया | सपने में उसने देखा कि उसका वह नन्हा सा पौधा उससे कह रहा था ''बब्लू तुम मुझे पा कर खुश हो न '',''हाँ हाँ मै बहुत खुश हूँ ,मुझे मालूम है पौधों से हमें आक्सीजन मिलती है और यह प्रदूषण को भी रोकते है ,मैने तो आज यह फैसला कर लिया है कि मै जब भी किसी को कोई उपहार दूँगा तो पौधे ही दूँगा |''बब्लू ने जवाब दिया | सुबह आँख खुलते ही उसने खिड़की से बाहर झांक कर बालकनी में देखा ,उसका नन्हा सा पौधा हवा के झोंकों से हिलता हुआ मुस्कुरा रहा था |
रेखा जोशी