Tuesday, 17 April 2018

खुशियों के रंग अब जीवन में भर लें


भूल  गए  हम नहीं  है यहाँ ठिकाना
चलो  गायें  हम मिलकर नया तराना
खुशियों के रंग अब जीवन में भर लें
यूँही    बुनते  रहे  हम   ताना   बाना

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment