Sunday, 24 November 2013

ममता की मूरत नारी


नारी जीवन
ममता की मूरत
लुटाती  प्रेम
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बन कर माँ
पालन करती है
इस जग का
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भार्या बनती
कदम कदम है
साथ निभाती
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औरत एक
है ममता लुटाती
रूप अनेक
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सूना आँगन
जो नही महकता
बिन बिटिया

 रेखा जोशी


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