Monday, 11 November 2013

,लालच की अन्धी दौड़

लालच की अन्धी दौड़  ,एक कमरे वाले को दो चाहिए ,कोठियों ,फ़ार्म हाउसिज़ के मालिकों की निगाहें मुकेश अंबानी पर है | उसका दोस्त हवाई जहाज में सफर कर सकता है तो वो क्यों नही है,  ,दीन ईमान को ताक पे रख कर ,चाहिए पैसा, काला हो यां सफ़ेद  उफ़  लालच ,भ्रष्टाचार की जड़ ,फैलती जा रही है खरपतवार जैसे ,सींच  दिया इसने देश में कई  घोटालों को :,देश खोखला हो तो हो ,लालच के अंधों को कोई सरोकार नही|

रेखा जोशी 

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