हाथ जोड़ अपनी असमर्थता को जब अर्जुन ने जतलाया था
कुरुक्षेत्र की रणभूमि मेंश्रीकृष्ण ने विराट रूप दिखलाया था
तेजोमय असंख्य चाँद ,सितारे चमक रहे थे अनेक सूरज
पार्थ ने भगवन के आगे श्रधा से मस्तक अपना झुकाया था
कुरुक्षेत्र की रणभूमि मेंश्रीकृष्ण ने विराट रूप दिखलाया था
तेजोमय असंख्य चाँद ,सितारे चमक रहे थे अनेक सूरज
पार्थ ने भगवन के आगे श्रधा से मस्तक अपना झुकाया था
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