धरोहर उसकी
सत्य ईमानदारी और सेवा भाव
है साहस भी
लगन मेहनत और उमंग भी
लेकिन रहा असफल
नही पहुंच सका बुलंदियों पर
नहीं कर सका
जी हजूरी और रिश्वतखोरी
बातें मीठी मीठी
नही बना सकता
न ही था उसके
सिर पर किसी सत्ता का हाथ
रेखा जोशी
सत्य ईमानदारी और सेवा भाव
है साहस भी
लगन मेहनत और उमंग भी
लेकिन रहा असफल
नही पहुंच सका बुलंदियों पर
नहीं कर सका
जी हजूरी और रिश्वतखोरी
बातें मीठी मीठी
नही बना सकता
न ही था उसके
सिर पर किसी सत्ता का हाथ
रेखा जोशी
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