Sunday, 9 June 2013

आज जिंदगी कुछ याद दिला गई है

आज जिंदगी कुछ याद दिला गई है
 सपने जो देखे वह याद दिला गई है
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वो हाथो में हाथ लिए चले थे कभी
उन्ही पलों की वो याद दिला गई है
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सोचा था के उनको हम भूल चुके है
न जाने क्यों वो फिर याद आ गई है
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दर्पण में देखते ही चेहरे को अपने
उनकी सूरत हमे  नजर आ गई है
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वो खिलखिलाती हुई उसकी हसी
बंद पलकों में वो नजर आ गई है
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माना की तुम बहुत दूर चले गए
पर यादे तेरी  दिल में समा गई है 

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