आप जब से मिले हर ख़ुशी मिल गई
जिंदगी की कसम जिंदगी मिल गई
साथ जब से चले हमे ऐसा लगा
हर कदम पर नई जिंदगी मिल गई
प्यास से जो कभी मुरझाई सी थी
प्यार का जल मिला कली खिल गई
अंधेरों में थे अब तलक भटकते
आप क्या मिल गए रौशनी मिल गई
[महेन्द्र जोशी ]
जिंदगी की कसम जिंदगी मिल गई
साथ जब से चले हमे ऐसा लगा
हर कदम पर नई जिंदगी मिल गई
प्यास से जो कभी मुरझाई सी थी
प्यार का जल मिला कली खिल गई
अंधेरों में थे अब तलक भटकते
आप क्या मिल गए रौशनी मिल गई
[महेन्द्र जोशी ]
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