नारी
शक्ति
है शिव की
प्रेरणा
है पुरुष की
अधूरे
है दोनों
इक दूजे
के बिना
फिर भी
होती
सदा नारी
अपमानित
और
पड़ताड़ित
पुरुष
द्वारा
माँ बेटी
बहन
बन पत्नी
सदा संवारे
जीवन
उसका
न जाने
क्यों
टकराता
अहम उसका
नारी से
समझ पाता
काश
यह पुरुषों
का
समाज
नारी
तो केवल
है श्रद्धा
और
मूरत
त्याग की
रेखा जोशी
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