Wednesday, 16 July 2014

घनघोर घटाएँ

सावन आया
नभ पर बदरा
उमंग लाया
.................
भीगी चुनरी
झूले पर सखियाँ
हवाएँ ठंडी
.................
घटाएँ काली
पानी बरसा जाती
बरखा रानी
.................
मयूर नाचे
छा गई हरियाली
पपीहा बोले
..................
जलता दिल
घनघोर घटाएँ
पिया मिलन

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